विश्वासियों का न्याय
2 कुरिन्थियों 5:10 "क्योंकि अवश्य है कि हम सब का हाल मसीह के न्याय आसन के सामने खुल जाए,
कि हर एक व्यक्ति अपने अपने भले बुरे कामों का बदला जो उसने देह के
द्वारा किए हों पाए।"
(1) सभी मसीहियों
का न्याय होगा; इसमें किसी को भी छूट न होगी
रोमियो
14:12
सो हम में से हर एक परमेश्वर को अपना अपना लेखा देगा॥
1 कुरिन्थियों 3:12-15
12 और यदि कोई इस नेव पर सोना या चान्दी या
बहुमोल पत्थर या काठ या घास या फूस का रद्दा रखता है।
13 तो हर एक का काम प्रगट हो जाएगा; क्योंकि वह दिन उसे बताएगा; इसलिये कि आग के साथ
प्रगट होगा: और वह आग हर एक का काम परखेगी कि कैसा है।
14 जिस का काम उस पर बना हुआ स्थिर रहेगा,
वह मजदूरी पाएगा।
15 और
यदि किसी का काम जल जाएगा, तो हानि उठाएगा; पर वह आप बच जाएगा परन्तु जलते जलते॥
2 कुरिन्थियों 5:10
क्योंकि अवश्य है, कि हम सब का हाल मसीह के
न्याय आसन के साम्हने खुल जाए, कि हर एक व्यक्ति अपने अपने
भले बुरे कामों का बदला जो उस ने देह के द्वारा किए हों पाए॥
सभोपदेशक
12:14
क्योंकि परमेश्वर सब कामों और सब गुप्त बातों का, चाहे वे भली हों या बुरी, न्याय करेगा॥
(2) जब मसीह अपनी कलीसिया को लेने आएगा, तब यह न्याय होगा
यूहन्ना
14:3
और यदि मैं जाकर तुम्हारे लिये जगह तैयार करूं, तो फिर आकर तुम्हें अपने यहां ले जाऊंगा, कि जहां
मैं रहूं वहां तुम भी रहो।
1 थिस्सलुनीकियों 4:14-17
14 क्योंकि यदि हम प्रतीति करते हैं, कि यीशु मरा, और जी भी उठा, तो
वैसे ही परमेश्वर उन्हें भी जो यीशु में सो गए हैं, उसी के
साथ ले आएगा।
15 क्योंकि हम प्रभु के वचन के अनुसार तुम
से यह कहते हैं, कि हम जो जीवित हैं, और
प्रभु के आने तक बचे रहेंगे तो सोए हुओं से कभी आगे न बढ़ेंगे।
16 क्योंकि प्रभु आप ही स्वर्ग से उतरेगा;
उस समय ललकार, और प्रधान दूत का शब्द सुनाई
देगा, और परमेश्वर की तुरही फूंकी जाएगी, और जो मसीह में मरे हैं, वे पहिले जी उठेंगे।
17 तब हम जो जीवित और बचे रहेंगे, उन के साथ बादलों पर उठा लिए जाएंगे, कि हवा में
प्रभु से मिलें, और इस रीति से हम सदा प्रभु के साथ रहेंगे।
(3)
न्यायाधीश मसीह है
यूहन्ना
5:22
और पिता किसी का न्याय भी नहीं करता, परन्तु न्याय करने का सब काम पुत्र को सौंप दिया है।
2 तीमुथियुस 4:8
भविष्य में मेरे लिये धर्म का वह मुकुट रखा हुआ है, जिसे प्रभु, जो धर्मी, और
न्यायी है, मुझे उस दिन देगा और मुझे ही नहीं, वरन उन सब को भी, जो उसके प्रगट होने को प्रिय जानते
हैं॥
(4)
विश्वासी के न्याय के बारे में बाइबल यह बताती है कि यह न्याय
पवित्र एवं गंभीर होगा, विशेष तौर से इसलिए क्योंकि इसमें
हानि और "खोने" की, उल्लेख है।
1 कुरिन्थियों 3:15
और यदि किसी का काम जल जाएगा, तो हानि उठाएगा; पर वह आप बच जाएगा परन्तु जलते जलते॥
2 यूहन्ना 1:8
अपने विषय में चौकस रहो; कि जो परिश्रम हम ने किया
है, उस को तुम न बिगाड़ो: वरन उसका पूरा प्रतिफल पाओ।
·
उसके
"प्रकट होने" पर उसके सामने लज्जित होने की,
1 यूहन्ना 2:28
निदान, हे बालकों, उस में बने
रहो; कि जब वह प्रगट हो, तो हमें हियाव
हो, और हम उसके आने पर उसके साम्हने लज्ज़ित न हों।
·
और आग
के द्वारा हर एक काम को परखने की,
1 कुरिन्थियों 3:13-15
13 तो हर एक का काम प्रगट हो जाएगा; क्योंकि वह दिन उसे बताएगा; इसलिये कि आग के साथ
प्रगट होगा: और वह आग हर एक का काम परखेगी कि कैसा है।
14 जिस
का काम उस पर बना हुआ स्थिर रहेगा, वह मजदूरी पाएगा।
15 और यदि किसी का काम जल जाएगा, तो हानि उठाएगा; पर वह आप बच जाएगा परन्तु जलते जलते॥
·
सम्भावना
सम्मिलित है। परन्तु विश्वासी के न्याय में उसके नाश की घोषणा सम्मिलित न होगी।
(5) सब कुछ प्रकट होगा,
2
कुरिन्थियों 5:10
क्योंकि
अवश्य है, कि हम सब का हाल मसीह के न्याय आसन के साम्हने खुल
जाए, कि हर एक व्यक्ति अपने अपने भले बुरे कामों का बदला जो
उस ने देह के द्वारा किए हों पाए॥
मरकुस
4:22
क्योंकि कोई वस्तु छिपी नहीं, परन्तु इसलिये कि
प्रगट हो जाए;
जिस दिन परमेश्वर मेरे सुसमाचार के अनुसार यीशु मसीह के द्वारा मनुष्यों की गुप्त बातों का न्याय करेगा॥
(B) हमारा चरित्र,)
रोमियो
2:5-11
5 पर अपनी कठोरता और हठीले मन के
अनुसार उसके क्रोध के दिन के लिये, जिसमें परमेश्वर का सच्चा
न्याय प्रगट होगा, अपने लिये क्रोध कमा रहा है।
6 वह हर एक को उसके कामों के अनुसार
बदला देगा।
7 जो सुकर्म में स्थिर रहकर महिमा,
और आदर, और अमरता की खोज में हैं, उन्हें वह अनन्त जीवन देगा;
8 पर जो स्वार्थी हैं और सत्य को
नहीं मानते, वरन् अधर्म को मानते हैं, उन
पर क्रोध और कोप पड़ेगा।
9 और क्लेश और संकट हर एक मनुष्य
के प्राण पर जो बुरा करता है आएगा, पहले यहूदी पर फिर यूनानी
पर;
10 परन्तु महिमा और आदर और कल्याण
हर एक को मिलेगा, जो भला करता है, पहले
यहूदी को फिर यूनानी को।
11 क्योंकि परमेश्वर किसी का पक्ष
नहीं करता।)
(C) हमारे मुँह से निकले वचन,
मत्ती
12:36-37
36 और मै तुम से कहता हूं, कि
जो जो निकम्मी बातें मनुष्य कहेंगे, न्याय के दिन हर एक बात
का लेखा देंगे।
37 क्योंकि तू अपनी बातों के कारण निर्दोष और
अपनी बातों ही के कारण दोषी ठहराया जाएगा॥
इफिसियों
6:8
क्योंकि तुम जानते हो, कि जो कोई जैसा अच्छा काम
करेगा, चाहे दास हो, चाहे स्वतंत्र;
प्रभु से वैसा ही पाएगा।
(E) हमारे व्यवहार,
मत्ती
5:22
परन्तु मैं तुम से यह कहता हूं, कि जो कोई अपने भाई पर क्रोध करेगा, वह कचहरी में दण्ड के योग्य होगा: और जो कोई अपने भाई को निकम्मा कहेगा वह
महासभा में दण्ड के योग्य होगा; और जो कोई कहे “अरे मूर्ख”
वह नरक की आग के दण्ड के योग्य होगा।
1 कुरिन्थियों 4:5
सो जब तक प्रभु न आए, समय से पहिले किसी बात का
न्याय न करो: वही तो अन्धकार की छिपी बातें ज्योति में दिखाएगा, और मनों की मतियों को प्रगट करेगा, तब परमेश्वर की
ओर से हर एक की प्रशंसा होगी॥
कुलुस्सियों
3:18
हे पत्नियों, जेसा प्रभु में उचित है,
वैसा ही अपने अपने पति के आधीन रहो।
हे स्वामियों, अपने अपने दासों के साथ
न्याय और ठीक ठीक व्यवहार करो, यह समझकर कि स्वर्ग में
तुम्हारा भी एक स्वामी है॥
1 कुरिन्थियों 3:13
तो हर एक का काम प्रगट हो जाएगा; क्योंकि वह दिन उसे बताएगा; इसलिये कि आग के साथ
प्रगट होगा: और वह आग हर एक का काम परखेगी कि कैसा है।
(6)
सभी विश्वासियों को परमेश्वर को अपने विश्वास की योग्यता या
अयोग्यता, लिखा देना पड़ेगा।
मत्ती
25:21
उसके स्वामी ने उससे कहा, धन्य हे अच्छे और
विश्वासयोग्य दास, तू थोड़े में विश्वासयोग्य रहा; मैं तुझे बहुत वस्तुओं का अधिकारी बनाऊंगा अपने स्वामी के आनन्द में
सम्भागी हो।
उसके स्वामी ने उस से कहा, धन्य हे अच्छे और
विश्वासयोग्य दास, तू थोड़े में विश्वासयोग्य रहा, मैं तुझे बहुत वस्तुओं का अधिकारी बनाऊंगा अपने स्वामी के आनन्द में
सम्भागी हो।
उसके स्वामी ने उसे उत्तर दिया, कि हे दुष्ट
और आलसी दास; जब यह तू
जानता था, कि जहां
मैं ने नहीं बोया वहां से काटता हूं; और जहां मैं ने नहीं छीटा वहां से बटोरता हूं।
और इस निकम्मे दास को बाहर के अन्धेरे में डाल दो, जहां रोना और दांत पीसना होगा।
1 कुरिन्थियों 4:5
5 सो जब
तक प्रभु न आए, समय से पहिले किसी बात का न्याय न करो: वही
तो अन्धकार की छिपी बातें ज्योति में दिखाएगा, और मनों की
मतियों को प्रगट करेगा, तब परमेश्वर की ओर से हर एक की
प्रशंसा होगी॥
• और उन्हें उपलब्ध कराए गए अनुग्रह, अवसर और समझ के प्रकाश में किए गए अपने कार्यों का भी लेखा देना पड़ेगा;
लूका
12:48
परन्तु जो नहीं जानकर मार खाने के योग्य काम करे वह थोड़ी
मार खाएगा, इसलिये जिसे बहुत दिया गया है, उस से बहुत मांगा जाएगा, और जिसे बहुत सौंपा गया है,
उस से बहुत मांगेंगें॥
यूहन्ना
5:24
मैं तुम से सच सच कहता हूं, जो मेरा वचन सुनकर
मेरे भेजने वाले की प्रतीति करता है, अनन्त जीवन उसका है,
और उस पर दंड की आज्ञा नहीं होती परन्तु वह मृत्यु से पार होकर जीवन
में प्रवेश कर चुका है।
रोमियो
8:1
सो अब जो मसीह यीशु में हैं, उन पर दण्ड की
आज्ञा नहीं: क्योंकि वे शरीर के अनुसार नहीं वरन आत्मा के अनुसार चलते हैं।
(7) जब विश्वासी
अपने बुरे कामों से पश्चात्ताप करता है, तो उसे अनन्त काल के
दण्ड से क्षमा प्राप्त हो जाती है,
रोमियो
8:1
सो अब जो मसीह यीशु में हैं, उन पर दण्ड की आज्ञा नहीं: क्योंकि वे शरीर के अनुसार नहीं वरन आत्मा के अनुसार चलते हैं।
लेकिन प्रतिफल के दिए जाने के न्याय के समय इनका लेखा लिया जाएगा: "जो बुरा करता है वो बुराई का प्रतिफल पाएगा",
कुलुस्सियों
3:25
क्योंकि जो बुरा करता है, वह अपनी बुराई का फल
पाएगा; वहां किसी का पक्षपात नहीं।
क्योंकि परमेश्वर सब कामों और सब गुप्त बातों का, चाहे वे भली हों या बुरी, न्याय करेगा॥
और यदि किसी का काम जल जाएगा, तो हानि उठाएगा;
पर वह आप बच जाएगा परन्तु जलते जलते॥
क्योंकि अवश्य है, कि हम सब का हाल मसीह के
न्याय आसन के साम्हने खुल जाए, कि हर एक व्यक्ति अपने अपने
भले बुरे कामों का बदला जो उस ने देह के द्वारा किए हों पाए॥
क्योंकि
परमेश्वर अन्यायी नहीं, कि तुम्हारे काम, और उस प्रेम को भूल जाए, जो तुम ने उसके नाम के लिये
इस रीति से दिखाया, कि पवित्र लोगों की सेवा की, और कर भी रहे हो।
इफिसियों
6:8
क्योंकि तुम जानते हो, कि जो कोई जैसा अच्छा काम
करेगा, चाहे दास हो, चाहे स्वतंत्र;
प्रभु से वैसा ही पाएगा।
(8) विश्वासियों के न्याय के अलग अलग होंगे।
1 यूहन्ना 2:28
निदान, हे बालकों, उस में बने
रहो; कि जब वह प्रगट हो, तो हमें हियाव
हो, और हम उसके आने पर उसके साम्हने लज्ज़ित न हों।
ईश्वरीय स्वीकृति,
मत्ती 25:21
उसके स्वामी ने उससे कहा, धन्य हे अच्छे और विश्वासयोग्य दास, तू थोड़े में विश्वासयोग्य रहा; मैं तुझे बहुत वस्तुओं का अधिकारी बनाऊंगा अपने स्वामी के आनन्द में सम्भागी हो।
मत्ती 25:14-30
14 क्योंकि यह उस मनुष्य की सी दशा है जिस ने
परदेश को जाते समय अपने दासों को बुलाकर, अपनी संपत्ति उन को
सौंप दी।
15 उस ने एक को पांच तोड़, दूसरे
को दो, और तीसरे को एक; अर्थात हर एक
को उस की सामर्थ के अनुसार दिया, और तब पर देश चला गया।
16 तब जिस को पांच तोड़े मिले थे, उस ने तुरन्त जाकर उन से लेन देन किया, और पांच
तोड़े और कमाए।
17 इसी रीति से जिस को दो मिले थे, उस ने भी दो और कमाए।
18 परन्तु जिस को एक मिला था, उस ने जाकर मिट्टी खोदी, और अपने स्वामी के रुपये
छिपा दिए।
19 बहुत दिनों के बाद उन दासों का स्वामी आकर उन
से लेखा लेने लगा।
20 जिस को पांच तोड़े मिले थे, उस ने पांच तोड़े और लाकर कहा; हे स्वामी, तू ने मुझे पांच तोड़े सौंपे थे, देख मैं ने पांच
तोड़े और कमाए हैं।
21 उसके स्वामी ने उससे कहा, धन्य हे अच्छे और विश्वासयोग्य दास, तू थोड़े में
विश्वासयोग्य रहा; मैं तुझे बहुत वस्तुओं का अधिकारी बनाऊंगा
अपने स्वामी के आनन्द में सम्भागी हो।
22 और जिस को दो तोड़े मिले थे, उस ने भी आकर कहा; हे स्वामी तू ने मुझे दो तोड़े
सौंपें थे, देख, मैं ने दो तोड़े और
कमाएं।
23 उसके स्वामी ने उस से कहा, धन्य हे अच्छे और विश्वासयोग्य दास, तू थोड़े में
विश्वासयोग्य रहा, मैं तुझे बहुत वस्तुओं का अधिकारी बनाऊंगा
अपने स्वामी के आनन्द में सम्भागी हो।
24 तब जिस को एक तोड़ा मिला था, उस ने आकर कहा; हे स्वामी, मैं
तुझे जानता था, कि तू कठोर मनुष्य है, और
जहां नहीं छीटता वहां से बटोरता है।
25 सो मैं डर गया और जाकर तेरा तोड़ा मिट्टी में
छिपा दिया; देख, जो तेरा है, वह यह है।
26 उसके स्वामी ने उसे उत्तर दिया, कि हे दुष्ट और आलसी दास; जब यह तू जानता था,
कि जहां मैं ने नहीं बोया वहां से काटता हूं; और
जहां मैं ने नहीं छीटा वहां से बटोरता हूं।
27 तो तुझे चाहिए था, कि
मेरा रुपया सर्राफों को दे देता, तब मैं आकर अपना धन ब्याज
समेत ले लेता।
28 इसलिये वह तोड़ा उस से ले लो, और जिस के पास दस तोड़े हैं, उस को दे दो।
29 क्योंकि जिस किसी के पास है, उसे और दिया जाएगा; और उसके पास बहुत हो जाएगा:
परन्तु जिस के पास नहीं है, उस से वह भी जो उसके पास है,
ले लिया जाएगा।
30 और इस निकम्मे दास को बाहर के अन्धेरे में डाल
दो, जहां रोना और दांत पीसना होगा।
मत्ती 5:19
इसलिये जो कोई इन छोटी से छोटी आज्ञाओं में से किसी एक को
तोड़े, और वैसा ही लोगों को सिखाए, वह स्वर्ग के राज्य में
सब से छोटा कहलाएगा; परन्तु जो कोई उन का पालन करेगा और
उन्हें सिखाएगा, वही स्वर्ग के राज्य में महान कहलाएगा।
मत्ती 19:30
परन्तु बहुतेरे जो पहिले हैं, पिछले होंगे;
और जो पिछले हैं, पहिले होंगे॥
1 कुरिन्थियों 3:12-14
12 और यदि कोई इस नेव पर सोना या चान्दी या
बहुमोल पत्थर या काठ या घास या फूस का रद्दा रखता है।
13 तो हर एक का काम प्रगट हो जाएगा; क्योंकि वह दिन उसे बताएगा; इसलिये कि आग के साथ
प्रगट होगा: और वह आग हर एक का काम परखेगी कि कैसा है।
14 जिस का काम उस पर बना हुआ स्थिर रहेगा, वह मजदूरी पाएगा।
फिलिप्पियों 3:14
निशाने की ओर दौड़ा चला जाता हूं, ताकि वह इनाम पाऊं, जिस के लिये परमेश्वर ने मुझे
मसीह यीशु में ऊपर बुलाया है।
2 तीमुथियुस 4:8
भविष्य में मेरे लिये धर्म का वह मुकुट रखा हुआ है, जिसे प्रभु, जो धर्मी, और
न्यायी है, मुझे उस दिन देगा और मुझे ही नहीं, वरन उन सब को भी, जो उसके प्रगट होने को प्रिय जानते
हैं॥
रोमियो 2:10
पर महिमा और आदर ओर कल्याण हर एक को मिलेगा, जो भला करता है, पहिले यहूदी को फिर यूनानी को।
1 पतरस 1:7
और यह इसलिये है कि तुम्हारा परखा हुआ विश्वास, जो आग से ताए हुए नाशमान सोने से भी कहीं, अधिक
बहुमूल्य है, यीशु मसीह के प्रगट होने पर प्रशंसा, और महिमा, और आदर का कारण ठहरे। • या तो बढ़ेंगे या घटेंगे।
(9) आने वाले
न्याय द्वारा मसीहियों में परमेश्वर का भय सिद्ध हो जाना चाहिए,
सो प्रभु का भय मानकर हम लोगों को समझाते हैं और परमेश्वर पर
हमारा हाल प्रगट है; और मेरी आशा यह है, कि
तुम्हारे विवेक पर भी प्रगट हुआ होगा।
फिलिप्पियों
2:12
सो हे मेरे प्यारो, जिस प्रकार तुम सदा से
आज्ञा मानते आए हो, वैसे ही अब भी न केवल मेरे साथ रहते हुए
पर विशेष करके अब मेरे दूर रहने पर भी डरते और कांपते हुए अपने अपने उद्धार का
कार्य पूरा करते जाओ।
1 पतरस 1:17
और जब कि तुम, हे पिता, कह कर उस से प्रार्थना करते हो, जो बिना पक्षपात हर एक के काम के अनुसार न्याय करता है, तो अपने परदेशी होने का समय भय से बिताओ।
•
और इस भय के कारण उनके विचार साफ होते जाएँ कि वे सचेत होकर
प्रार्थना करें
5 पर वे उस को जो जीवतों और मरे हुओं का
न्याय करने को तैयार है, लेखा देंगे।
6 क्योंकि मरे हुओं को भी सुसमाचार इसी
लिये सुनाया गया, कि शरीर में तो मनुष्यों के अनुसार उन का न्याय हो, पर आत्मा में वे परमेश्वर के
अनुसार जीवित रहें॥
7 सब बातों का अन्त तुरन्त होने वाला है; इसलिये संयमी होकर प्रार्थना के लिये सचेत रहो।
कि वे पवित्र और ईश्वरीय जीवन निभा सकें,
2 पतरस 3:11
तो जब कि ये सब वस्तुएं, इस रीति से पिघलने वाली हैं, तो तुम्हें पवित्र चाल चलन और भक्ति में कैसे मनुष्य होना चाहिए।
और सब के प्रति करूणा एवं दया की भावना रख सकें,
मत्ती
5:7
धन्य हैं वे, जो दयावन्त हैं, क्योंकि उन पर दया की जाएगी।
2 तीमुथियुस 1:16-18
16 उनेसिफुरूस के घराने पर प्रभु दया करे,
क्योंकि उस ने बहुत बार मेरे जी को ठंडा किया, और मेरी जंजीरों से लज्ज़ित न हुआ।
17 पर जब वह रोमा में आया, तो बड़े यत्न से ढूंढ कर मुझ से भेंट की।
18 प्रभु करे, कि उस
दिन उस पर प्रभु की दया हो)। और जो जो सेवा उस ने इफिसुस में की है उन्हें भी तू
भली भांति जानता है॥

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