परिचय
यीशु मसीह के दूसरे आगमन को नए नियम के 260 अध्यायों में 318 बार बताया गया है।
नए नियम के प्रत्येक 25 पदों में एक पद दूसरे आगमन के विषय है।
1थिस्सलुनीकियों 4:18 से हमें यह शिक्षा मिलती है कि हम प्रभु यीशु मसीह के शीघ्र ही लौट आने की सच्चाई से एक दूसरे को शान्ति देते रहे।
देशों के विश्वासियों के लिए कितना सच है।
चार हजार वर्षों से संसार प्रतिज्ञा किए हुए मसीह के आगमन पर आशा लगाए हुए था,
नए नियम की आशा प्रभु यीशु मसीह के पुनरागमन पर लगी हुई है।
बाइबल की अन्तिम प्रार्थना, प्रकाशितवाक्य 22:20, यह है: "आमीन, हे प्रभु यीशु आ।"
यह सिद्धान्त शैतान के कोप को भड़का देता है क्योंकि उसे इस अन्तिम यशस्वी घटना से घृणा है।
सांसारिक कलीसिया और सांसारिक मसीही भी इस शुद्ध करने वाले सिद्धान्त से घृणा करते हैं। जो लोग सत्य निष्ठा के साथ चौकस रहते हैं उनके लिए विशेष आशिषों की प्रतिज्ञा की गई है, लूका 12:37, धन्य है वे दास, जिन्हें स्वामी आ कर जागते पाए। " '
1. परमेश्वर से सम्बन्धित:
यशायाह 40:5, "तब यहोवा (परमेश्वर) का तेज प्रकट होगा, और सब प्राणी उसको एक संग देखेंगे, क्योंकि यहोवा (परमेश्वर) ने आप ही ऐसा कहा है।" जब यीशु मसीह वापिस लौटेगा तो प्रभु की महिमा प्रकट की जाएगी, हर कोई उसे देखेगा।
2. कलीसिया से सम्बन्धित:
क) यीशु मसीह के आगमन पर मसीह में मरे हुए लोग जी उठेंगे। 1 थिस्सलुनीकियों 4:13-18, "जो मसीह में मरे हैं वे पहले जी उठेंगे।" (पद 16)
ख) यीशु मसीह के आगमन पर विश्वासियों की देह परिवर्तित होकर उसी के समान बन जाएगी,
फिलिप्पियों 3:20, 21
"वह हमारी दीन-हीन देह का रूप बदल कर अपनी महिमा की देह के अनुकूल बना देगा।"
1 यूहन्ना 3:2
हे प्रियों, अभी हम परमेश्वर की सन्तान हैं, और अब तक यह प्रगट नहीं हुआ, कि हम क्या कुछ होंगे! इतना जानते हैं, कि जब वह प्रगट होगा तो हम भी उसके समान होंगे, क्योंकि उस को वैसा ही देखेंगे जैसा वह है।
1 कुरिन्थियों 15:51-53
“सब बदल जाएंगे, क्योंकि अवश्य है कि यह नाशवान देह अविनाश को पहन ले, और यह मरनहार देह अमरता को पहन ले।"
ग) उसके आगमन पर जीवित विश्वासी और फिर जी उठे विश्वासी उससे एक साथ भेंट करेंगे,
1 थिस्सलुनीकियों 4:17
और वे सर्वदा प्रभु के साथ रहेंगे।
घ) विश्वासियों का न्याय तुरन्त ही किया जाएगा;
2 तीमुथियुस 4:8
भविष्य में मेरे लिये धर्म का वह मुकुट रखा हुआ है, जिसे प्रभु, जो धर्मी, और न्यायी है, मुझे उस दिन देगा और मुझे ही नहीं, वरन उन सब को भी, जो उसके प्रगट होने को प्रिय जानते हैं॥
1 पतरस 5:4
और जब प्रधान रखवाला प्रगट होगा, तो तुम्हें महिमा का मुकुट दिया जाएगा, जो मुरझाने का नहीं।
च) प्रकाशन (Revelation) पर कलीसिया मसीह के साथ रहेगी और राज्य करेगी।
प्रकाशितवाक्य 20:4
"वे जीवित होकर मसीह के साथ हजार वर्ष तक राज्य करते रहे। "
3. इस्राएल से सम्बन्धित:
यीशु मसीह के आगमन के पहले ही इस्राएलियों को फिर एकत्र किया जाएगा;
यशायाह 11:11,12
11 उस समय प्रभु अपना हाथ दूसरी बार बढ़ा कर बचे हुओं को, जो उसकी प्रजा के रह गए हैं, अश्शूर से, मिस्र से, पत्रोस से, कूश से, एलाम से, शिनार से, हमात से, और समुद्र के द्वीपों से मोल ले कर छुड़ाएगा।
12 वह अन्यजातियों के लिये जण्ड़ा खड़ा कर के इस्राएल के सब निकाले हुओं को, और यहूदा के सब बिखरे हुओं को पृथ्वी की चारों दिशाओं से इकट्ठा करेगा।
यहेजकेल 36:24
मैं तुम को जातियों में से ले लूंगा, और देशों में से इकट्ठा करूंगा; और तुम को तुम्हारे निज देश में पहुंचा दूंगा।
यहेजकेल 37:21
और तू उन लोगों से कह, परमेश्वर यहोवा यों कहता है, देखो, मैं इस्राएलियों को उन जातियों में से ले कर जिन में वे चले गए हैं, चारों ओर से इकट्ठा करूंगा; और उनके निज देश में पहुचाऊंगा।
सपन्याह 3:19,20
19 उस समय मैं उन सभों से जो तुझे दु:ख देते हैं, उचित बर्ताव करूंगा। और मैं लंगड़ों को चंगा करूंगा, और बरबस निकाले हुओं को इकट्ठा करूंगा, और जिनकी लज्जा की चर्चा सारी पृथ्वी पर फैली है, उनकी प्रशंसा और कीर्त्ति सब कहीं फैलाऊंगा।
20 उसी समय मैं तुम्हें ले जाऊंगा, और उसी समय मैं तुम्हें इकट्ठा करूंगा; और जब मैं तुम्हारे साम्हने तुम्हारे बंधुओं को लौटा लाऊंगा, तब पृथ्वी की सारी जातियों के बीच में तुम्हारी कीर्त्ति और प्रशंसा फैला दूंगा, यहोवा का यही वचन है॥
अधिकांश भविष्यद्वाणियां पूरी हो चुकी है।
सम्भवतः आगमन के तत्काल बाद और अधिक मात्रा में एकत्रीकरण होगा। उसके आगमन पर इस्राएल राष्ट्र, सभी 12 कुल फिर मिल जाएंगे;
यहेजकेल 37:19-24
19 तब उन से कहना, परमेश्वर यहोवा यों कहता है, देखो, मैं यूसुफ की लकड़ी को जो एप्रैम के हाथ में है, और इस्राएल के जो गोत्र उसके संगी हैं, उन को ले कर यहूदा की लकड़ी से जोड़ कर उसके साथ एक ही लकड़ी कर दूंगा; और दोनों मेरे हाथ में एक ही लकड़ी बनेंगी।
20 और जिन लकडिय़ों पर तू ऐसा लिखेगा, वे उनके साम्हने तेरे हाथ में रहें।
21 और तू उन लोगों से कह, परमेश्वर यहोवा यों कहता है, देखो, मैं इस्राएलियों को उन जातियों में से ले कर जिन में वे चले गए हैं, चारों ओर से इकट्ठा करूंगा; और उनके निज देश में पहुचाऊंगा।
22 और मैं उन को उस देश अर्थात इस्राएल के पहाड़ों पर एक ही जाति कर दूंगा; और उन सभों का एक ही राजा होगा; और वे फिर दो न रहेंगे और न दो राज्यों में कभी बटेंगे।
23 वे फिर अपनी मूरतों, और घिनौने कामों वा अपने किसी प्रकार के पाप के द्वारा अपने को अशुद्ध न करेंगे; परन्तु मैं उन को उन सब बस्तियों से, जहां वे पाप करते थे, निकाल कर शुद्ध करूंगा, और वे मेरी प्रजा होंगे, और मैं उनका परमेश्वर हूंगा।
24 मेरा दास दाऊद उनका राजा होगा; सो उन सभों का एक ही चरवाहा होगा। वे मेरे नियमों पर चलेंगे और मेरी विधियों को मान कर उनके अनुसार चलेंगे।
यीशु मसीह, दाऊद का पुत्र, एक राजा के रूप में राज्य करेगा,
यिर्मयाह 23:5,6
5 यहोवा की यह भी वाणी है, देख ऐसे दिन आते हैं जब मैं दाऊद के कुल में एक धमीं अंकुर उगाऊंगा, और वह राजा बनकर बुद्धि से राज्य करेगा, और अपने देश में न्याय और धर्म से प्रभुता करेगा।
6 उसके दिनों में यहूदी लोग बचे रहेंगे, और इस्राएली लोग निडर बसे रहेंगे: और यहोवा उसका नाम यहोवा “हमारी धामिर्कता” रखेगा।
इस्राएल का निःसन्देह न्याय किया जाएगा और इसी समय उसे शुद्ध किया जाएगा।
रोमियों 11:26
"और इस रीति से सारा इस्राएल उद्धार पाएगा, जैसा लिखा है कि छुड़ानेवाला सिय्योन से आएगा, और अभक्ति को याकूब से दूर करेगा।"
यहेजकेल 37:23
वे फिर अपनी मूरतों, और घिनौने कामों वा अपने किसी प्रकार के पाप के द्वारा अपने को अशुद्ध न करेंगे; परन्तु मैं उन को उन सब बस्तियों से, जहां वे पाप करते थे, निकाल कर शुद्ध करूंगा, और वे मेरी प्रजा होंगे, और मैं उनका परमेश्वर हूंगा।
यहेजकेल 37:23-29
25 मैं तुम पर शुद्ध जल छिड़कूंगा, और तुम शुद्ध हो जाओगे; और मैं तुम को तुम्हारी सारी अशुद्धता और मूरतों से शुद्ध करूंगा।
26 मैं तुम को नया मन दूंगा, और तुम्हारे भीतर नई आत्मा उत्पन्न करूंगा; और तुम्हारी देह में से पत्थर का हृदय निकाल कर तुम को मांस का हृदय दूंगा।
27 और मैं अपना आत्मा तुम्हारे भीतर देकर ऐसा करूंगा कि तुम मेरी विधियों पर चलोगे और मेरे नियमों को मान कर उनके अनुसार करोगे।
28 तुम उस देश में बसोगे जो मैं ने तुम्हारे पितरों को दिया था; और तुम मेरी प्रजा ठहरोगे, और मैं तुम्हारा परमेश्वर ठहरूंगा।
29 और मैं तुम को तुम्हारी सारी अशुद्धता से छुड़ाऊंगा, और अन्न उपजने की आज्ञा देकर, उसे बढ़ाऊंगा और तुम्हारे बीच अकाल न डालूंगा।
इस काल में इस्राएल और फिलिस्तीन बहुत अधिक समृद्ध होंगे;
यिर्मयाह 31:31-34;
31 फिर यहोवा की यह भी वाणी है, सुन, ऐसे दिन आने वाले हैं जब मैं इस्राएल और यहूदा के घरानों से नई वाचा बान्धूंगा।
32 वह उस वाचा के समान न होगी जो मैं ने उनके पुरखाओं से उस समय बान्धी थी जब मैं उनका हाथ पकड़ कर उन्हें मिस्र देश से निकाल लाया, क्योंकि यद्यपि मैं उनका पति था, तौभी उन्होंने मेरी वह वाचा तोड़ डाली।
33 परन्तु जो वाचा मैं उन दिनों के बाद इस्राएल के घराने से बान्धूंगा, वह यह है: मैं अपनी व्यवस्था उनके मन में समवाऊंगा, और उसे उनके हृदय पर लिखूंगा; और मैं उनका परमेश्वर ठहरूंगा, और वे मेरी प्रजा ठहरेंगे, यहोवा की यह वाणी है।
34 और तब उन्हें फिर एक दूसरे से यह न कहना पड़ेगा कि यहोवा को जानो, क्योंकि, यहोवा की यह वाणी है कि छोटे से ले कर बड़े तक, सब के सब मेरा ज्ञान रखेंगे; क्योंकि मैं उनका अधर्म क्षमा करूंगा, और उनका पाप फिर स्मरण न करूंगा।
यहेजकेल 36:33-37
33 परमेश्वर यहोवा यों कहता है, जब मैं तुम को तुम्हारे सब अधर्म के कामों से शुद्ध करूंगा, तब तुम्हारे नगरों को बसाऊंगा; और तुम्हारे खण्डहर फिर बनाए जाएंगे।
34 और तुम्हारा देश जो सब आने जाने वालों के साम्हने उजाड़ है, वह उजाड़ होने की सन्ती जोता बोया जाएगा।
35 और लोग कहा करेंगे, यह देश जो उजाड़ था, सो एदेन की बारी सा हो गया, और जो नगर खण्डहर और उजाड़ हो गए और ढाए गए थे, सो गढ़ वाले हुए, और बसाए गए हैं।
36 तब जो जातियां तुम्हारे आस पास बची रहेंगी, सो जान लेंगी कि मुझ यहोवा ने ढाए हुए को फिर बनाया, और उजाड़ में पेड़ रोपे हैं, मुझ यहोवा ने यह कहा, और ऐसा ही करूंगा।
37 परमेश्वर यहोवा यों कहता है, इस्राएल के घराने में फिर मुझ से बिनती की जाएगी कि मैं उनके लिये यह करूं; अर्थात मैं उन में मनुष्यों की गिनती भेड़-बकरियों की नाईं बढ़ाऊं।
जकर्याह 8:23
सेनाओं का यहोवा यों कहता है : उस दिनों में भांति भांति की भाषा बोलने वाली सब जातियों में से दस मनुष्य, एक यहूदी पुरूष के वस्त्र की छोर को यह कहकर पकड़ लेंगे, कि, हम तुम्हारे संग चलेंगे, क्योंकि हम ने सुना है कि परमेश्वर तुम्हारे साथ है॥
इस समय इस्राएल सभी राष्ट्रों को स्वर्गीय राज्य का सुसमाचार पहुँचा देगा;
यशायाह 49:22-23
22 प्रभु यहोवा यों कहता है, देख, मैं अपना हाथ जाति जाति के लोगों की ओर उठाऊंगा, और देश देश के लोगों के साम्हने अपना झण्डा खड़ा करूंगा; तब वे तेरे पुत्रों को अपनी गोद में लिए आएंगे, और तेरी पुत्रियों को अपने कन्धे पर चढ़ाकर तेरे पास पहुंचाएंगे।
23 राजा तेरे बच्चों के निज-सेवक और उनकी रानियां दूध पिलाने के लिये तेरी धाइयां होंगी। वे अपनी नाक भूमि पर रगड़ कर तुझे दण्डवत करेंगे और तेरे पांवों की धूलि चाटेंगे। तब तू यह जान लेगी कि मैं ही यहोवा हूं; मेरी बाट जोहने वाले कभी लज्जित न होंगे॥
यशायाह 66:19
"वे अन्यजातियों में मेरी महिमा का वर्णन करेंगे।"
अनेक प्रतिज्ञाएं जिनकी अपेक्षा इस्राएल प्रथम आगमन पर कर रहा था वे वास्तव में उस समय पूरी होंगी जब उद्धारकर्ता दूसरी बार पृथ्वी पर लौटेगा।
4. राष्ट्रों और पुनउद्धार से वंचित व्यक्तियों से सम्बन्धित:
यीशु मसीह का दूसरा आगमन कलीसिया और इस्राएल के लिए प्रसन्नता का दिन है, परन्तु शेष लोगों के लिए यह दुख का दिवस है।
मत्ती 24:30, "तब मनुष्य के पुत्र का चिन्ह आकाश में दिखाई देगा, और तब पृथ्वी के सब कुलों के लोग छाती पीटेंगे,
"यह उनके लिए दुख का दिन होगा जिन्होंने अपना हृदय परिवर्तित नहीं किया है।
प्रकाशितवाक्य 1:7
“और पृथ्वी के सारे कुल उसके कारण छाती पीटेंगे।"
यीशु मसीह के प्रकाशन (Revelation) पर राष्ट्रों का न्याय होगा,
मत्ती 25:31,32
“जब मनुष्य का पुत्र अपनी महिमा में आएगा, और सब स्वर्गदूत उसके साथ आएंगे, तो वह अपनी महिमा के सिंहासन पर विराजमान होगा, और सब जातियाँ उसके सामने इकट्ठी की जाएंगी," और वह बकरियों को भेड़ों से अलग करेगा।
ऐसा प्रतीत होता है कि भेड़-राष्ट्र प्रभु के पीछे हो लेंगे;
यशायाह 2:2,3
2 अन्त के दिनों में ऐसा होगा कि यहोवा के भवन का पर्वत सब पहाड़ों पर दृढ़ किया जाएगा, और सब पहाडिय़ों से अधिक ऊंचा किया जाएगा; और हर जाति के लागे धारा की नाईं उसकी ओर चलेंगें।
3 और बहुत देशों के लोग आएंगे, और आपस में कहेंगे: आओ, हम यहोवा के पर्वत पर चढ़कर, याकूब के परमेश्वर के भवन में जाएं; तब वह हम को अपने मार्ग सिखाएगा, और हम उसके पथों पर चलेंगे। क्योंकि यहोवा की व्यवस्था सिय्योन से, और उसका वचन यरूशलेम से निकलेगा।
बकरी-राष्ट्रों से, धधकती अग्नि में डाल कर पलटा लिया जाएगा;
2थिस्सलुनीकियों 1:7-9
7 और तुम्हें जो क्लेश पाते हो, हमारे साथ चैन दे; उस समय जब कि प्रभु यीशु अपने सामर्थी दूतों के साथ, धधकती हुई आग में स्वर्ग से प्रगट होगा।
8 और जो परमेश्वर को नहीं पहचानते, और हमारे प्रभु यीशु के सुसमाचार को नहीं मानते उन से पलटा लेगा।
9 वे प्रभु के साम्हने से, और उसकी शक्ति के तेज से दूर होकर अनन्त विनाश का दण्ड पाएंगे।
वे जो पृथ्वी पर शेष रह जाएंगे उनको यीशु मसीह की सेवा करने के लिए बाध्य किया जाएगा क्योंकि वह लोहे का राजदण्ड लेकर राज्य करेगा;
भजन संहिता 2:9
तू उन्हें लोहे के डण्डे से टुकड़े टुकड़े करेगा। तू कुम्हार के बर्तन की नाईं उन्हें चकना चूर कर डालेगा॥
जकर्याह 9:10
मैं एप्रैम के रथ और यरूशलेम के घोड़े नाश करूंगा; और युद्ध के धनुष तोड़ डाले जाएंगे, और वह अन्यजातियों से शान्ति की बातें कहेगा; वह समुद्र से समुद्र तक और महानद से पृथ्वी के दूर दूर के देशों तक प्रभुता करेगा॥
प्रकाशित वाक्य 11:15
और जब सातवें दूत ने तुरही फूंकी, तो स्वर्ग में इस विषय के बड़े बड़े शब्द होने लगे कि जगत का राज्य हमारे प्रभु का, और उसके मसीह का हो गया।
ये राष्ट्र परस्पर लड़ना बन्द कर देंगे और शान्ति से रहेंगे;
3 वह बहुत देशों के लोगों का न्याय करेगा, और दूर दूर तक की सामर्थी जातियों के झगड़ों को मिटाएगा; सो वे अपनी तलवारें पीटकर हल के फाल, और अपने भालोंसे हंसिया बनाएंगे; तब एक जाति दूसरी जाति के विरुद्ध तलवार फिर न चलाएगी;
4 और लोग आगे को युद्ध विद्या न सीखेंगे। परन्तु वे अपनी अपनी दाखलता और अंजीर के वृक्ष तले बैठा करेंगे, और कोई उन को न डराएगा; सेनाओं के यहोवा ने यही वचन दिया है॥
यशायाह 2:4
वह जाति जाति का न्याय करेगा, और देश देश के लोगों के झगड़ों को मिटाएगा; और वे अपनी तलवारें पीट कर हल के फाल और अपने भालों को हंसिया बनाएंगे; तब एक जाति दूसरी जाति के विरुद्ध फिर तलवार न चलाएगी, न लोग भविष्य में युद्ध की विद्या सीखेंगे॥
5. समाज से सम्बन्धित:
पृथ्वी परमेश्वर के ज्ञान से ऐसी भर जाएगी जैसे समुद्र जल से भरा रहता है।
यशायाह 11:9
"मेरे सारे पवित्र पर्वत पर न तो कोई दुख देगा और न हानि करेगा, क्योंकि पृथ्वी यहोवा (परमेश्वर) के ज्ञान से ऐसी भर जाएगी जैसा जल समुद्र में भरा रहता है।
6. मसीह - विरोधी और शैतान से सम्बन्धित:
मसीह-विरोधी, आगमन के बाद प्रकट किया जाएगा और उनके आतंक का राज्य प्रभु यीशु मसीह के अपने सन्तों के साथ प्रकटीकरण के बाद चरम- अन्त पर पहुँचा दिया जाएगा।
2 थिस्सलुनीकियों 2:8
"तब वह अधर्मी (मसीह विरोधी) प्रकट होगा, जिसे प्रभु यीशु अपने मुँह की फूंक से मार डालेगा, और अपने आगमन के तेज से भस्म करेगा।"
प्रकाशित वाक्य 19:20
और वह पशु और उसके साथ वह झूठा भविष्यद्वक्ता पकड़ा गया, जिस ने उसके साम्हने ऐसे चिन्ह दिखाए थे, जिन के द्वारा उस ने उन को भरमाया, जिन्हों ने उस पशु की छाप ली थी, और जो उस की मूरत की पूजा करते थे, ये दोनों जीते जी उस आग की झील में जो गन्धक से जलती है, डाले गए।
अन्तिम समाप्ति बताता है जब मसीह विरोधी को आग की झील में डाल दिया जाएगा।
प्रभु यीशु मसीह के प्रकाशन (Revelation) के आरम्भ में ही शैतान को जंजीरों से बांध कर एक हजार वर्ष के लिए अथाह कुण्ड में डाल दिया जाएगा।
प्रकाशितवाक्य 20:1-3
“उस अजगर अर्थात् पुराने सांप को, जो, इब्लीस और शैतान है, पकड़ कर हजार वर्ष के लिए बांध दिया कि वह हजार वर्ष पूरे होने तक जाति-जाति के लोगों को फिर न भरमाए। "
7. भौतिक संसार से सम्बन्धित:
सृष्टि विनाश के बन्धनों से छुटकारा पा लेगी;
रोमियों 8:19-21
19 क्योंकि सृष्टि बड़ी आशाभरी दृष्टि से परमेश्वर के पुत्रों के प्रगट होने की बाट जोह रही है।
20 क्योंकि सृष्टि अपनी इच्छा से नहीं पर आधीन करने वाले की ओर से व्यर्थता के आधीन इस आशा से की गई।
21 कि सृष्टि भी आप ही विनाश के दासत्व से छुटकारा पाकर, परमेश्वर की सन्तानों की महिमा की स्वतंत्रता प्राप्त करेगी।
"शाप या कम से कम उसका कुछ अंश हटा दिया जाएगा;
यशायाह 55:13
तब भटकटैयों की सन्ती सनौवर उगेंगे; और बिच्छु पेड़ों की सन्ती मेंहदी उगेगी; और इस से यहोवा का नाम होगा, जो सदा का चिन्ह होगा और कभी न मिटेगा।
उसका अर्थ पशुओं के संसार के लिए शान्ति होगा,
यशायाह 65:25
भेड़िया और मेम्ना एक संग चरा करेंगे, और सिंह बैल की नाई भूसा खाएगा मेरे सारे पवित्र पर्वत पर न तो कोई किसी को दुख देगा और न कोई किसी की हानि करेगा, यहोवा (परमेश्वर) का यही वचन है।"
जंगल फलदायक बाग बन जाएंगे;
यशायाह 32:15
"जब तक आत्मा ऊपर से हम पर उंडेला न जाए, और जंगल फलदायक बारी न बने ।
मरुभूमि गुलाब की भांति खिल जाएगी;
यशायाह 35:1,
"जंगल और निर्जल देश प्रफुल्लित होंगे, मरुभूमि मगन होकर केसर की नाई फूलेगी।"
ये बातें इसलिए होती है क्योंकि दूसरा आगमन सहस्राब्दि (Millennium) (एक हजार वर्ष का स्वर्ग-युग) में प्रविष्ट होता है।
चेतावनी
हमें चौकस तथा तैयार रहने की चेतावनी दे दी गई है;
मरकुस 13:33,
“देखो, जागते और प्रार्थना करते रहो, क्योंकि तुम नहीं जानते कि वह समय कब आएगा।"
मत्ती 24:42
"इसलिए जागते रहो, क्योंकि तुम नहीं जानते कि तुम्हारा प्रभु किस दिन आएगा।
हमें चेतावनी दी गई है कि हमारे प्रभु ने हमें भण्डारीपन का काम सौंपा है, और उसकी माँग है कि हम सच्चाई के साथ अपने कर्त्तव्य का पालन करें
मत्ती 25:14-30
14 क्योंकि यह उस मनुष्य की सी दशा है जिस ने परदेश को जाते समय अपने दासों को बुलाकर, अपनी संपत्ति उन को सौंप दी।
15 उस ने एक को पांच तोड़, दूसरे को दो, और तीसरे को एक; अर्थात हर एक को उस की सामर्थ के अनुसार दिया, और तब पर देश चला गया।
16 तब जिस को पांच तोड़े मिले थे, उस ने तुरन्त जाकर उन से लेन देन किया, और पांच तोड़े और कमाए।
17 इसी रीति से जिस को दो मिले थे, उस ने भी दो और कमाए।
18 परन्तु जिस को एक मिला था, उस ने जाकर मिट्टी खोदी, और अपने स्वामी के रुपये छिपा दिए।
19 बहुत दिनों के बाद उन दासों का स्वामी आकर उन से लेखा लेने लगा।
20 जिस को पांच तोड़े मिले थे, उस ने पांच तोड़े और लाकर कहा; हे स्वामी, तू ने मुझे पांच तोड़े सौंपे थे, देख मैं ने पांच तोड़े और कमाए हैं।
21 उसके स्वामी ने उससे कहा, धन्य हे अच्छे और विश्वासयोग्य दास, तू थोड़े में विश्वासयोग्य रहा; मैं तुझे बहुत वस्तुओं का अधिकारी बनाऊंगा अपने स्वामी के आनन्द में सम्भागी हो।
22 और जिस को दो तोड़े मिले थे, उस ने भी आकर कहा; हे स्वामी तू ने मुझे दो तोड़े सौंपें थे, देख, मैं ने दो तोड़े और कमाएं।
23 उसके स्वामी ने उस से कहा, धन्य हे अच्छे और विश्वासयोग्य दास, तू थोड़े में विश्वासयोग्य रहा, मैं तुझे बहुत वस्तुओं का अधिकारी बनाऊंगा अपने स्वामी के आनन्द में सम्भागी हो।
24 तब जिस को एक तोड़ा मिला था, उस ने आकर कहा; हे स्वामी, मैं तुझे जानता था, कि तू कठोर मनुष्य है, और जहां नहीं छीटता वहां से बटोरता है।
25 सो मैं डर गया और जाकर तेरा तोड़ा मिट्टी में छिपा दिया; देख, जो तेरा है, वह यह है।
26 उसके स्वामी ने उसे उत्तर दिया, कि हे दुष्ट और आलसी दास; जब यह तू जानता था, कि जहां मैं ने नहीं बोया वहां से काटता हूं; और जहां मैं ने नहीं छीटा वहां से बटोरता हूं।
27 तो तुझे चाहिए था, कि मेरा रुपया सर्राफों को दे देता, तब मैं आकर अपना धन ब्याज समेत ले लेता।
28 इसलिये वह तोड़ा उस से ले लो, और जिस के पास दस तोड़े हैं, उस को दे दो।
29 क्योंकि जिस किसी के पास है, उसे और दिया जाएगा; और उसके पास बहुत हो जाएगा: परन्तु जिस के पास नहीं है, उस से वह भी जो उसके पास है, ले लिया जाएगा।
30 और इस निकम्मे दास को बाहर के अन्धेरे में डाल दो, जहां रोना और दांत पीसना होगा।
हमें सावधान रहकर अपना सुयोग्य चरित्र बनाए रखना चाहिए
1 यूहन्ना 3:1-3
1 देखो पिता ने हम से कैसा प्रेम किया है, कि हम परमेश्वर की सन्तान कहलाएं, और हम हैं भी: इस कारण संसार हमें नहीं जानता, क्योंकि उस ने उसे भी नहीं जाना।
2 हे प्रियों, अभी हम परमेश्वर की सन्तान हैं, और अब तक यह प्रगट नहीं हुआ, कि हम क्या कुछ होंगे! इतना जानते हैं, कि जब वह प्रगट होगा तो हम भी उसके समान होंगे, क्योंकि उस को वैसा ही देखेंगे जैसा वह है।
3 और जो कोई उस पर यह आशा रखता है, वह अपने आप को वैसा ही पवित्र करता है, जैसा वह पवित्र है।
उसके निकट आगमन को ध्यान में रख कर,
मत्ती 28:18-20
18 यीशु ने उन के पास आकर कहा, कि स्वर्ग और पृथ्वी का सारा अधिकार मुझे दिया गया है।
19 इसलिये तुम जाकर सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और उन्हें पिता और पुत्र और पवित्रआत्मा के नाम से बपतिस्मा दो।
20 और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ: और देखो, मैं जगत के अन्त तक सदैव तुम्हारे संग हूं॥
सुसमाचार को प्रत्येक प्राणी और प्रत्येक राष्ट्र तक यथाशीघ्र पहुँचाने का प्रयास करना चाहिए।
हमें प्रभु के सुसमाचार को फैलाने और इस प्रकार उसके शीघ्र आगमन के लिए भरसक प्रयत्न करना चाहिए।

0 टिप्पणियाँ