परमेश्वर की महानता - The Greatness of God

परमेश्वर वैयक्तिक एवं आत्मीय है साथ ही वह प्रत्येक नाम से ऊँचा एवं भव्य है। अपने हृदय को परमेश्वर की महानता एवं भव्यता पर लगायें उसके लिए एक नया गीत गाएं जब आपकी आंखें उसे आश्चर्य से देखेंगी आपका विश्वास असम्भव बात पर भी विश्वास करने के लिए दृढ़ होगा।

परमेश्वर का वचन

भजन संहिता 93:1 
यहोवा राजा है; उसने माहात्म्य का पहरावा पहना है; यहोवा पहरावा पहने हुए, और सामर्थ्य का फेटा बाँधे है। इस कारण जगत स्थिर है, वह नहीं टलने का।

भजन संहिता 71:19 
हे परमेश्वर, तेरी धार्मिकता अति महान है। तू जिसने महाकार्य किए हैं, हे परमेश्वर तेरे तुल्य कौन है?

भजन संहिता 77:13 
हे परमेश्वर तेरी गति पवित्रता की है। कौन सा देवता परमेश्वर के तुल्य बड़ा है?

यशायाह 44:24 
यहोवा, तेरा उद्धारकर्ता, जो तुझे गर्भ ही से बनाता आया है, यह कहता है, “मैं यहोवा ही सब का बनानेवाला हूँ जिसने अकेले ही आकाश को ताना और पृथ्वी को अपनी ही शक्ति से फैलाया है।”

यशायाह 40:26 
अपनी आँखें ऊपर उठाकर देखो, किसने इनको सिरजा? वह इन गणों को गिन-गिनकर निकालता, उन सब को नाम ले लेकर बुलाता है? वह ऐसा सामर्थी और अत्यन्त बलवन्त है कि उनमें से कोई बिना आए नहीं रहता।

प्रार्थना

हे पिता, तू ही सच्चा और जीवित परमेश्वर है, और तुझको छोड़ दूसरा कोई ईश्वर नहीं है। तू ही है जिसने ज्योति और अंधकार बनाया तूने अपने हाथों से स्वर्ग को फैलाया है. तथा गणों को चलायमान किया है। तेरे सामर्थ्य के कामों को देखकर मैं आश्चर्य से भरा हूँ। जब मैं रात्रि को आँखें ऊपर उठाकर तारों को देखता हूँ तो स्मरण करता हूँ कि तूने ही उन सब को बनाया है और उन्हें नाम लेकर बुलाता है, और उनमें से एक भी नहीं खोता। तू धर्मी और पवित्र है और सब कुछ ठीक ठीक करता है। तेरे लिए कुछ भी कठिन नहीं है। अपनी सृष्टि और वचन के द्वारा अपने आप को मुझ पर प्रकट करने के लिए मैं तेरा धन्यवाद करता हूँ। मैं आपका सम्मान करता आपकी आराधना करता हूँ, तथा तेरी भव्यता का आनंद लेता हूँ । हे परमेश्वर तू अपने भवन में से कितना भययोग्य है। इस्राएल का परमेश्वर स्वयं लोगों को बल और सामर्थ्य देता है। परमेश्वर का नाम धन्य हो। ( इस प्रार्थना को यीशु मसीह के नाम से मांगते हैं, आमीन )