
परमेश्वर पर विश्वास करना - Believing in God
विश्वास करना: सुनना, आज्ञा पालन करना
इब्रानियों 11:6
परमेश्वर के पास आने वाले को विश्वास करना चाहिए, कि वह है; और अपने खोजने वालों को प्रतिफल देता है।
विश्वास करना:
"परमेश्वर के वचन तथा चरित्र में भरोसा करना, विश्वस्त होना।" विश्वास करने का अर्थ है। अपने पूरे हृदय से अपने आप को परमेश्वर के चरित्र तथा उसकी शक्तिशाली प्रतिज्ञाओं के प्रति समर्पित करना । मसीही के रूप में तुम्हें स्वाभाविक परिस्थितियों से ऊपर उठने के लिए बुलाया गया है। तथा परमेश्वर की प्रतिज्ञाओं के अनुसार जीना है। ठीक जैसे पतरस यीशु के बुलावे पर नाव से बाहर निकला और पानी पर चलने लगा ( मत्ती 14:22-33 ) आपको भी दृष्टि के अनुसार नहीं बल्कि विश्वास के अनुसार चलना है। जब आप परमेश्वर के वचन को अपने जीवन का स्तर बना लेंगे तब आप स्वाभाविक से पार निकल कर परमेश्वर के सामर्थी कामों को करने के लिए हियाव प्राप्त करेंगे।
विश्वास कहाँ से आता है ? ( परमेश्वर का वचन सुनने से )
सो विश्वास सुनने से, और सुनना मसीह के वचन से होता है।रोमियो 10:17
परमेश्वर के चरित्र पर भरोसा करने से अपनी परीक्षाओं तथा परिस्थितियों से परे परमेश्वर के चरित्र को थामे रहने से "उसके पास आपके भविष्य के लिए योजनाएं हैं और एक आशा है और यह आपके नाश के लिए नहीं" यिर्मयाह 29:11
आज्ञा मानने से परमेश्वर जो कुछ करने कहने व बोलने के लिए कहता है। उसके प्रति समर्पण हो। जो पुत्र पर विश्वास करता है, अनन्त जीवन उसका है; परन्तु जो पुत्र की नहीं मानता, वह जीवन को नहीं देखेगा, यूहन्ना 3:36
विश्वास कैसा दिखता है ?
हिम्मत, एकता, दृढता विश्वास करना आपको चुनौती के समय हिम्मतवाला बनाता है जब जीवन की लहरें आपको दबाती हों विश्वास आपको ऊपर रखता है। यह परेशानी के बीच भी परमेश्वर का सम्मान व बड़ाई करता है। यह दूसरों को भी परमेश्वर के साथ चलने की प्रेरणा व हियाव प्रदान करता है।
विश्वास से क्या प्राप्त होता है ?
विश्वास द्वारा आप स्वाभाविक जीवन ऊपर जीने लगते है। जब आगे रास्ता दिखाई न दे तब भी यह आपको आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। यह आपको भय और निराशा से बचाता है आपको पानी पर चलने का हियाव देता है ( मत्ती 14:22-33 ) गोलियत का सामना करने की हिम्मत देता है ( 1 शमूएल 17 )
विश्वास द्वारा एक साधारण मनुष्य भी परमेश्वर के लिए असाधारण कार्य करता हैं।
परन्तु जो लोग अपने परमेश्वर का ज्ञान रखेंगे, वे हियाव बान्धकर बड़े काम करेंगे। दानिय्येल 11:32
विश्वास के विरोध क्या हैं ?
सांसारिकता से भरा मन, मनुष्य का भय, अपनी समझ का सहारा लेना।
विश्वास करना - ग्यारहवाँ दिन
क्योंकि परमेश्वर का वचन जीवित, और प्रबल, और हर एक दोधारी तलवार से भी बहुत चोखा है,
जब आप परमेश्वर के वचन पर विश्वास करते हैं। कुछ सामर्थमय कार्य होता है। उसकी प्रतिज्ञाएं आपका अधिकार बन जाती हैं। आप विश्वास के स्थान से प्रार्थना करते है।
परमेश्वर अपने वचन के प्रति हमेशा विश्वासयोग्य है। निम्न वचनों को अपने हृदय को दृढ करने के लिए लें। ताकि आप आत्मविश्वास के साथ मसीह की सहभागिता में चलें।
परमेश्वर का वचन
क्योंकि परमेश्वर का वचन जीवित, और प्रबल, और हर एक दोधारी तलवार से भी बहुत चोखा है, और जीव, और आत्मा को, और गांठ गांठ, और गूदे गूदे को अलग करके, वार पार छेदता है; और मन की भावनाओं और विचारों को जांचता है। इब्रानियों 4:12
जितनी भलाई की बातें यहोवा ने इस्राएल के घराने से कही थीं उन में से कोई भी न छूटी; सब की सब पूरी हुई॥ यहोशू 21:45
पर तुम एक चुना हुआ वंश, और राज-पदधारी याजकों का समाज, और पवित्र लोग, और (परमेश्वर की ) निज प्रजा हो, इसलिये कि जिस ने तुम्हें अन्धकार में से अपनी अद्भुत ज्योति में बुलाया है, उसके गुण प्रगट करो। 1 पतरस 2:8
जिन के द्वारा उस ने हमें बहुमूल्य और बहुत ही बड़ी प्रतिज्ञाएं दी हैं: ताकि इन के द्वारा तुम उस सड़ाहट से छूट कर जो संसार में बुरी अभिलाषाओं से होती है, ईश्वरीय स्वभाव के समभागी हो जाओ। 2 पतरस 1:4
हे पिता, तेरी सामर्थी प्रतिज्ञाओं के लिए धन्यवाद; तेरा वचन मेरे पाँव के लिए दीपक है। जैसे पतरस पानी पर चला मैं तेरे वचन के सहारे कदम बाहर निकालना चाहता हूँ। तथा मेरे चारों ओर की परिस्थितियों के ऊपर खड़ा होना चाहता हूँ। मैं इस बात पर खेदित हूँ कि इस बार संसार की चिन्ताओं को मैंने अपने ऊपर अधिक हावी होने दिया। मैं इसी वक्त तेरे वचन पर विश्वास करते हुए अपने आपको तेरी प्रतिज्ञाओं से जोड़ता हूँ। मैं तेरी प्रतिज्ञाओं व आज्ञाओं को ऊंचा उठाकर अपने जीवन का स्तर बना लेता हूँ। "मैं तुझे धन्यवाद देता हूँ कि तेरी भली प्रतिज्ञाओं में से कभी कोई भी असफल नहीं हुई" मैं अपना सम्पूर्ण भरोसा तेरी प्रतिज्ञाओं में व्यक्त करता हूँ। तथा तेरी आज्ञाओं के पालन में मैं राजा दाऊद के समान प्रार्थना करता हूँ। काश मेरे मार्ग तेरी विधियों को मानने के लिए दृढ किये जाते।
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