सेवकाई में विरोध का इन्कार

   जो कुछ भी आप सुनते हैं उस सबका विश्वास न करें, वचन शैतान को भाइयों पर दोष लगाने वाला बताता है, परमेश्वर के कार्य के सामने शैतान द्वारा लाये विरोध को आपको दूर करना है, यीशु अंधकार के कामों को नाश करने आये। इसलिए: आइये, प्रार्थना में लगे रहें, तथा विरोध के ऊपर परमेश्वर के अधिकार को स्थापित करें,

परमेश्वर का वचन

1 यूहन्ना 3:8 
   जो कोई पाप करता है, वह शैतान की ओर से है, क्योंकि शैतान आरम्भ ही से पाप करता आया है: परमेश्वर का पुत्र इसलिये प्रगट हुआ, कि शैतान के कामों को नाश करे।

भजन संहिता 149:9 
   और उन को ठहराया हुआ दण्ड दें! उसके सब भक्तों की ऐसी ही प्रतिष्ठा होगी। याह की स्तुति करो।

भजन संहिता 143:12 
   और करूणा करके मेरे शत्रुओं को सत्यानाश कर, और मेरे सब सताने वालों का नाश कर डाल, क्योंकि मैं तेरा दास हूं॥

2 कुरिन्थियों 10:5 
   सो हम कल्पनाओं को, और हर एक ऊंची बात को, जो परमेश्वर की पहिचान के विरोध में उठती है, खण्डन करते हैं; और हर एक भावना को कैद करके मसीह का आज्ञाकारी बना देते हैं।

कुलुस्सियों 2:10 
   और तुम उसी में भरपूर हो गए हो जो सारी प्रधानता और अधिकार का शिरोमणि है।

इफिसियों 6:12 
   क्योंकि हमारा यह मल्लयुद्ध, लोहू और मांस से नहीं, परन्तु प्रधानों से और अधिकारियों से, और इस संसार के अन्धकार के हाकिमों से, और उस दुष्टता की आत्मिक सेनाओं से है जो आकाश में हैं।

प्रार्थना

मसीही अगुवे या मित्र के लिए जिन पर आक्रमण हो रहा हो.

   हे सर्व शक्तिमान परमेश्वर, मैं तेरा धन्यवाद करता हूँ, कि यीशु शैतान के कामों का नाश करने के लिए आया। मैं ( अपने मित्र या पास्टर का नाम ) के साथ इस विरोध के समय खड़ा होता हूँ, तथा हर एक विरोध, दोष व झूठ को दूर होने का आदेश देता हूँ, मैं तेरे नाम से तेरा वचन उसके ऊपर घोषित करता हूँ, कि तू उसके शत्रुओं को काट डाले। मैं यह जान लेता हूँ कि यह मल्लयुद्ध लहू ओर मांस के विरूद्ध नहीं है, परन्तु दुष्टता की आत्मिक सेनाओं के विरोध में, और तेरे लहू के द्वारा मैं शैतान के हर एक गढ़ को बांध देता हूँ, इस परिस्थिति में मैं आपकी शांति और सम्मति की बात बोलता हूँ, मैं प्रार्थना करता हूँ कि तू उसके जीवन में भलाई की बातें करें तथा तेरा राज्य इस वर्तमान परीक्षा की खड़ी में भी आने पाए। मैं धन्यवाद देता हूँ कि तेरे कान धर्मी की दोहाई की ओर लगे रहते हैं, और कि तू इसके लिए सामर्थ्य के काम करें। ( इस प्रार्थना को यीशु मसीह के नाम से मांगते हैं, आमीन )