शत्रु का सामना करना - इक्कीसवां दिन - Face The Enemy - Day 21
लूका 10:19
देखो, मैने तुम्हे सांपों और बिच्छुओं को रौंदने का, और शत्रु की सारी सामर्थ पर अधिकार दिया है; और किसी वस्तु से तुम्हें कुछ हानि न होगी।
सामना करना- "परमेश्वर की इच्छा के विरूद्ध काम करने वाली शक्तियों पर जय पाने के लिए मसीह ने जो अधिकार दिया है उसका प्रयोग करना।" अंधकार की आत्मिक शक्तियों का सामना करने की सामर्थ्य केवल मसीहियों में है.
बाइबिल कहती है. परमेश्वर का पुत्र इसलिये प्रगट हुआ, कि शैतान के कामों को नाश करे। ( 1 यूहन्ना 3:8 ) सामना करने का तात्पर्य है कि बंधुओं को आजाद करने के लिए परमेश्वर के शत्रुओं के खिलाफ डटे रहना।
परमेश्वर की इच्छा में बने रहने और विश्वास के द्वारा परमेश्वर के हृदय की इच्छा जान लेने के बाद आप उसके प्रतिनिधि के रूप में खड़े होने के लिए तैयार हो जाते हैं तथा परमेश्वर के अधिकार का इस्तेमाल करने के लिए तैयार हो जाते हैं। बचन कहता है,"स्वर्ग तो यहोवा का है, परन्तु पृथ्वी उसने मानव के पुत्रों को दी है", भले ही आपका विरोध हो आपको आगे ही बढ़ना है" और उनको ठहराया हुआ दण्ड दे। उसके सब भक्तों की ऐसी ही प्रतिष्ठा होगी।" भजन 148:9 प्रभु यीशु चाहते हैं, परमेश्वर द्वारा दिए गये अधिकार कादेखो, मैने तुम्हे सांपों और बिच्छुओं को रौंदने का, और शत्रु की सारी सामर्थ पर अधिकार दिया है;
इस्तेमाल करते हुए पूरा भरोसा रखें।
सामना करना
यह कहाँ से प्राप्त होता है ? परमेश्वर की उपस्थिति में बने रहने से- "जो परम प्रधान के छाए हुए स्थान में बैठा रहे वह सर्वशक्मिान की छाया में ठिकाना पाएगा" भजन. 91:1 जब आप परमेश्वर की छाया में होते हैं तब आप शैतान का सामना करने के लिए सुसज्जित हो जाते हैं.
जय के लिए परमेश्वर पर भरोसा करने से - यहोशू यरीहो को लेने के लिए चढ़ गया क्योंकि उसने परमेश्वर के वचन पर भरोसा किया और यह विश्वास किया कि परमेश्वर ही जय देगा। (यहोशू अ.1 से 6)
विश्वास - परमेश्वर की आज्ञा पालन से गिदौन ने आज्ञा मान कर भयपर जय पाई तथा बाल की वेदी गिरा दी ( न्यायियों 6-7 )।
सामना करना कैसा दिखाई पड़ता है ? उत्साह, बुराई सहन न होना, हियाव, सामना करना आपको परीक्षा के समय दृढ रहने की प्रेरणा देता है, निराशा और विरोध में भी दृढता प्रदान करता है, यह आपको बुराई से घृणा करवाता तथा परमेश्वर के शत्रुओं को आपका शत्रु बनाता है।
इससे क्या हासिल होता है? मानव के मामलों में परमेश्वर की सामर्थ्य को व स्वर्ग के दूतों को खोलता है। कूस पर मसीह की विजय को लागू करता है, तथा परमेश्वर के राज्य का विस्तार करता है। शैतान की शक्ति का इन्कार करता है, तथा बंदियों को आजाद करने के लिए परमेश्वर की शक्ति को खोलता है, यीशु ने कहा, "मैं इस पत्थर पर अपनी कलीसिया बनाऊंगा , और अधोलोक के फाटक उस पर प्रबल न होंगे।( मत्ती 16:18 )।
अवरोध
अंगीकार न किये गये पाप, अविश्वास, परमेश्वर की इच्छा की अनिश्चितता आप पृथ्वी पर परमेश्वर के राजदूत हैं, आपके पास यह सौभाग्य तथा जिम्मेदारी है कि यीशु के नाम में शैतान का विरोध करें तथा यीशु के नाम में भलाई का प्रसार करें, यीशु के विश्वासी होने के नाते आपके पास यह अधिकार है कि यीशु के नाम में शैतान की शक्तियों को बांधे जो खोये हुओं की आँखों को अंधा बनाती हैं , निम्न आयतों को आत्मा की तलवार के रूप में इस्तेमाल करें तथा अंधकार को पीछे धकेलें जो उद्धार न पाए हुओं को घेरे रहता है।
आइए परमेश्वर का वचन देखते हैं:
भजन संहिता 115:16
स्वर्ग तो यहोवा का है, परन्तु पृथ्वी उसने मनुष्यों को दी है।
इफिसियों 2:10
क्योंकि हम उसके बनाए हुए हैं; और मसीह यीशु में उन भले कामों के लिये सृजे गए जिन्हें परमेश्वर ने पहिले से हमारे करने के लिये तैयार किया॥
1 पतरस 2:5
तुम भी आप जीवते पत्थरों की नाईं आत्मिक घर बनते जाते हो, जिस से याजकों का पवित्र समाज बन कर, ऐसे आत्मिक बलिदान चढ़ाओ, जो यीशु मसीह के द्वारा परमेश्वर को ग्राह्य हों।
इफिसियों 3:9-10
और सब पर यह बात प्रकाशित करूं, कि उस भेद का प्रबन्ध क्या है, जो सब के सृजनहार परमेश्वर में आदि से गुप्त था।" ताकि अब कलीसिया के द्वारा, परमेश्वर का नाना प्रकार का ज्ञान, उन प्रधानों और अधिकारियों पर, जो स्वर्गीय स्थानों में हैं प्रगट किया जाए।
मत्ती 16:19
मैं तुझे स्वर्ग के राज्य की कुंजियां दूंगा: और जो कुछ तू पृथ्वी पर बान्धेगा, वह स्वर्ग में बन्धेगा; और जो कुछ तू पृथ्वी पर खोलेगा, वह स्वर्ग में खुलेगा।
आइए हम प्रार्थना करते हैं:
हे पिता, मैं तेरा धन्यवाद करता हूँ कि तूने कैदियों को स्वतंत्र करने के लिए यीशु को भेजा. यीशु मैं तेरा धन्यवाद करता हूँ , क्योंकि तेरी इच्छा यह है कि एक भी नाश न हो मैं तेरा धन्यवाद करता कि तूने मुझे अपने पवित्र याजक पद का एक हिस्सा बनाया, तथा अभी मैं अपना काम सम्भाल कर खोये हुओं के लिए विनती करता हूँ, हे यीशु, मैं अब चाहता हूँ कि तेरी आत्मिक जागृति ( अपने काम के स्थान, पड़ौस का नाम ) पर आने पाए , मैं चाहता हूँ कि तू अपने पवित्रातमा को अधिकाधिक भेजे। हे शैतान, मैं तुझे यीशु के नाम में बांध देता हूँ, तूने इन लोगों को यीशु की सच्चाई से दूर कर बांध रखा है, अब यीशु की सच्चाई का विरोध करने की शक्ति तुझ में नहीं है। ये आत्माएं मेमने के लहू के द्वारा पुनः खरीद ली गई हैं, परमेश्वर के राजदूत के रूप में मैं तुझे यह नोटिस देता हूँ, इन आत्माओं के जीवन पर तेरा अब कोई अधिकार नहीं। हे पवित्रात्मा, मैं तुझसे विनती करता हूँ कि तू , मसीह के दावों के प्रति उनकी आत्माओं में जागृति ला और उन्हें अपनी करूणा और दया से खींच लें। इस प्रार्थना को यीशु मसीह के नाम से मांगते हैं, आमीन
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